खगड़िया सदर : खगड़िया जिले के सदर प्रखण्ड अन्तर्गत बेला सिमरी पंचायत में बच्चों का भविष्य संवारने वाले उच्च माध्यमिक विद्यालय के मुख्य द्वार (गेट) काफी बूढ़ा हो चुका है, वर्तमान हालात ये हैं कि जर्जर विद्यालय का मुख्य द्वार कभी भी गिर सकता है ऐसे में इस विद्यालय पढ़ने वाले बच्चों का जीवन खतरे में है। समाज सेवी अविनाश भास्कर ने अपनी पूरी टीम के साथ जब विद्यालय की जमीनी हकीकत की जाँच की तो सरकारी मशीनरी के दावों से इतर बदहाल तस्वीरें नजर आई।
आपको बतादें की सर्वोदय महावीर उच्च माध्यमिक विद्यालय के मुख्य द्वार का निर्माण 26 वर्ष पहले 1996 ई० में हुआ था, वर्तमान में मुख्य द्वार बेहद जर्जर स्थिति में है, कुछ दिन पहले विद्यालय के कला संकाय भवन का की रंग-रोदन व उद्घाटन माननीय ग्राम प्रधान श्री अनिल कुमार के द्वारा किया गया था, किन्तु विद्यालय के मुख्य द्वार को नजर अंदाज कर दिया गया।
बात सिर्फ मुख्य द्वार तक हीं सीमित नही है, पोस्ट के फीचर इमेज में खण्डहर बने विद्यालय भवन को भी आप देख सकते हैं जो वर्ष 1998 से अपने अवस्था पर आंसू बहा रहा है। उसके बगल में विद्यालय का पुराने भवन व कार्यालय है जो अब गिरा की तब गिरा की स्थिति में, अगर उसे समय रहते गिराया नही गया तो आज नही तो कल वह गिरेगा और किसी न किसी बच्चे को अपनी आगोस में ले लेगा, अर्धनिर्मित भवन की बात करें तो आपको बतादें की 1998 में इस भवन को भ्रष्ट और अनियमित तरीके से बनाने की कोशिश की गई थी किन्तु उस समय के तत्कालीन छात्रों ने उक्त निर्माण कार्य को रोक दिया था तब से आजतक वह जर्जर भवन अपने तारणहार का राह निहार रहा है।
शिक्षा व्यवस्था की बात करें तो विद्यालय में शिक्षकों की कमी नही है किंतु पढाई नाम मात्र की भी नही होती, छात्रों का कहना है की विद्यालय में पढ़ाई नही होती इसीलिए हमलोग विद्यालय नही जाते हैं। विद्यालय में कचरा पेटी, शुद्ध पेयजल, व साफ-सफाई को घोर अभाव व्याप्त है, विद्यालय में रात्रि प्रहरी के बहाली के बाबजूद रात्रि में विद्यालय परिसर में शराबियों का जमाबड़ा लग जाता है। विद्यालय के शौचालय का सामुहिक और सार्वजनिक उपयोग होता है, यहाँ तक कि कभी-कभी मुसाफिरों के द्वारा भी शौचालय का उपयोग होते देखा जाता है।
कोई भी विद्यालय के मुख्य द्वार के सामने से गुजर जाए तो उसे समझ में जाएगा कि जब मुख्य द्वार और चहार-दीवारी इतना सुंदर है तो अंदर का व्यवस्था कितना सुंदर होगा?..... लेकिन इन सभी बातों से विद्यालय के प्रधान और ग्राम प्रधान को लेनादेना नहीं है। हमारे ग्रामप्रधान श्री अनिल कुमार ने चुनाव में जितने के तुरंत बाद विद्यालय के रखरखाव व व्यवस्था सुधार की बात कही थी इसलिए मैं उनतक अपनी बातों को पहुँचाना चाहता हूं की अगर आप भूल गए हों तो समय निकाल कर इस ओर भी थोड़ा ध्यान दिया जाय।