PATNA-सीवान में मैट्रिक में कम अंक आने पर छात्रा ने की आत्महत्या, दूसरी की हार्ट अटैक से मौत : मैट्रिक रिजल्ट में साथियों से कम नंबर आने पर एक छात्रा ने गले में फंदा डाल आत्महत्या कर ली। जबकि दूसरी छात्रा की मौत हार्ट अटैक से हो गई। दोनों छात्राएं द्वितीय श्रेणी में पास हुई हैं। जबकि उनकी दोस्त प्रथम श्रेणी में। यही सुनकर दोनों को झटका लगा। मैट्रिक परीक्षा के परिणाम आने के बाद साथियों से कम नंबर आने पर एक छात्रा ने गले में फंदा डाल आत्महत्या कर ली। जबकि दूसरी छात्रा की मौत हार्टअटैक से हो गई। आत्महत्या करने वाली छात्रा का नाम निशा कुमारी है, जो नगर थाने के मखदूम सराय निवासी छोटू लाल चौधरी की पुत्री थी। हार्ट अटैक से मरने वाली छात्रा का नाम सौम्या परवीन है जो बड़हरिया थाना क्षेत्र के लकरी दरगाह निवासी आजाद अली की पुत्री थी। छोटू लाल चौधरी की पुत्री निशा कुमारी ने शहर के आर्य कन्या उच्च विद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा दी थी। गुरुवार को परीक्षा परिणाम आने के बाद उसकी साथी प्रथम श्रेणी में पास हुई जबकि निशा कुमारी द्वितीय श्रेणी से पास हुई। इसी बात को लेकर उसने गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर लिया। परिजन आनन-फानन में उपचार के लिए सदर अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित किया।
बड़हरिया थाना क्षेत्र के लकड़ी दरगाह निवासी आजाद अली की पुत्री सौम्या परवीन की साथी प्रथम श्रेणी से पास हुई। सौम्या प्रवीण द्वितीय श्रेणी से पास हुई थी। जब उसे पता चला कि उसका नंबर कमाया है तथा द्वितीय श्रेणी से पास हुई है तो वह झेल नहीं पाई तथा हार्ट अटैक हो गया। परिजन आनन-फानन में उपचार के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित किया।
बिहार बोर्ड ने गुरुवार को मैट्रिक परीक्षा 2022 का रिजल्ट जारी कर दिया। इस बार 79.88% परीक्षार्थी पास हुए हैं। पिछले साल से 1.71 प्रतिशत रिजल्ट ज्यादा हुआ है। पटेल हाई स्कूल दाउदनगर औरंगाबाद की छात्रा रामायणी राय स्टेट टॉपर रही हैं। उन्हें 500 में 487 अंक (97.4%) मिले हैं। इससे पहले वर्ष 2015 में टॉपर को 97.40 प्रतिशत अंक आए थे। दूसरे स्थान पर प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल रजौली, नवादा की सानिया कुमारी तथा न्यू अपग्रेड हाई स्कूल सिधप परसाही लदानिया मधुबनी के विवेक ठाकुर रहे हैं। दोनों को 486 अंक (97.2%) हासिल हुए हैं। तीसरे स्थान पर उत्क्रमित एमएस बाजार वर्मा गोह औरंगाबाद की छात्रा प्रज्ञा कुमारी रही है। उन्हें 485 अंक (97%) मिले हैं। स्टेट टॉपर रामायणी राय के पिता वेटनरी डॉक्टर हैं तो मां सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। सानिया के पिता पेशे से हलवाई हैं जबकि विवेक के पिता मजदूर हैं। वहीं, प्रज्ञा के पिता किसान हैं। इस बार टॉप 10 में 47 विद्यार्थी हैं। शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने रिजल्ट की घोषणा की। उनके साथ विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार तथा बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर मौजूद थे। आनंद किशोर ने कहा कि रिजल्ट देशभर में सबसे पहले जारी किया गया है।