सहरसा,20 फरवरी (हि.स.)। बिहार में शराबबंदी कानून का सख्ती से पालन को लेकर रेलवे द्वारा जीआरपी और एएलटीएफ की टीम लगातार ट्रेनों पर नजर रख रही है। खासकर वैशाली एक्सप्रेस, क्लोन एक्सप्रेस, राज्यरानी सुपरफास्ट, कोसी एक्सप्रेस ट्रेन में लगातार चेकिंग की जा रही है।इंटेलिजेंस रिपोर्ट के मुताबिक इन्हीं महत्वपूर्ण ट्रेनों में शराब तस्करी होती है।
जीआरपी इंस्पेक्टर ने बताया की वैशाली और क्लोन हमसफर पहले चेक हो चुकी थी।वही खगरिया से जब सहरसा के लिए कोसी एक्सप्रेस ट्रेन खुली तो चेकिंग के दौरान सहरसा में कुल 22 लीटर देशी शराब बरामद हुई। समकालीन अभियान के तहत लगातार हो रही चेकिंग के तहत जंक्शन पर रुकी ट्रेन संख्या 18626 कोसी एक्सप्रेस से जीआरपी और एएलटीएफ की संयुक्त टीम ने सघन जांच अभियान के दौरान अंग्रेजी शराब बरामद किया।
जीआरपी इंस्पेक्टर राम सोरेन ने बताया कि उक्त ट्रेन से 750 एमएल की कुल 33 बोतल विदेशी शराब सामान्य कोच में कंबल के अंदर बैग में छिपा कर रखा गया था। टीम ने छापामारी के दौरान शराब के साथ रंगे हाथ तीन लोगो को गिरफ्तार किया गया । कुल 22 लीटर शराब बरामद हुई है। तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया।उन्होंने आगे बताया कि उनके द्वारा पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बताया कि शराब सहरसा बेचने के लिए ले जा रहा था। पहले भी कई बार शराब चोरी छुपे लाकर बेच चुका है। तीनों आरोपियों की पहचान खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र के लालपुर गांव निवासी दिनेश सिंह के पुत्र अंशु कुमार , सहरसा जिले के पटुआहा गांव निवासी स्व. रुद्र कांत के पुत्र नितेश कुमार और तीसरे आरोपी सुपौल जिले के राघोपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत राघोपुर गांव निवासी गोविंद कुमार झा के पुत्र कुंदन कुमार हुई है।
ज्ञात हो कि हटिया पटना से सहरसा आने वाली कोसी एक्सप्रेस सहरसा जंक्शन पहुंची थी। समकालीन अभियान के तहत सहरसा जीआरपी इंस्पेक्टर राम सोरेन , एएलटीएफ टीम के जमादार मधु कुमार खगड़िया से ही उक्त शराब कारोबारी को निगरानी रखते आ रहे थे। सहरसा पहुंचने पर कोच डी - 4 कोच के सीट संख्या 62 , 63 और 64 पर वे बैठे हुए थे। उन्होंने काले कंबल के अंदर अलग-अलग काला बैग छुपा कर रखा गया था। बैग के अंदर शराब थी।