जीवात्मा को परमात्मा से मिलाना ही सत्संग : श्री असंग देव
बलिया :साहेबपुरकमाल प्रखंड क्षेत्र के सनहा परोरा पुबारी टोला में सुखद सत्संग का शुभारंभ सनहा निवासी कौकाय साहू के पुत्र सियाराम साहू सिटी फैशन के सौजन्य किया जा रहा है । सत्संग के प्रथम दिन पूज्य राष्ट्रीय संत श्री असंग देव जी ने उपस्थित सत्संग प्रेमियों को अपनी अमृतमय वाणी से पाप के विनाश के बारे में जानकारी दी। अपने प्रवचन के दौरान श्री असंग देव जी ने कहा कि जीव आत्मा को परमात्मा से मिलाना ही सत्संग है। साथ ही उन्होंने शब्द एवं प्रकाश की गति से संतों की तुलना की। उन्होंने कहा कि जीवन रूपी नैया के असली खेवनहार सत्संग है। बिना सत्संग से वैतरणी पार नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि हर आदमी को सुख की लालसा होती है। जीवन सुखमय हो इसके लिए मनुष्य जीवन भर प्रयास करता है, लेकिन बाहरी सुख क्षणभंगुर होने के कारण उसे संतुष्टि नहीं मिलती है। आंतरिक सुख के लिए सिर्फ सत्संग से ही संतुष्टि मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सत्संग से विमुख होकर कोई सुखी नहीं रह सकता है। सिर्फ सत्संग श्रवण मात्र से ही जीवन का कल्याण संभव है। उन्होंने कहा कि सत्संग मात्र से आत्मा की शुद्धि होती है। संत श्री असंग देव जी ने कहा कि मनुष्यरूपी शरीर पाकर जो भगवान की भक्ति करता है। सत्संग में समय बीताता है। उससे बड़ा भाग्यशाली कोई नहीं है। असंग देव ने कहा कि ईश्वर हमारे अंदर हैं और हम कस्तूरी मृग की तरह उनकी खोज में बाहर भटकते रहते हैं। इसलिए आत्मा रूपी निर्मल जल के ऊपर जो काई लगी है उसे हटाने पर ही आत्म ज्ञान और परमात्मा का ज्ञान होगा। इस दौरान बड़ी संख्या में सत्संग प्रेमी पहुंचे थे। सत्संग के आयोजन को सफल बनाने में सिटी फैशन के संत कुमार, कौकाय साहू, राजाराम साहू, अनिल साहू, हीरालाल साहू सहित स्थानीय सत्संगप्रेमी का सराहनीय सहयोग रहा।