*खगड़िया सदर* :खगड़िया सदर प्रखण्ड अन्तर्गत मध्य विद्यालय बेला सिमरी के सैकड़ों बच्चे अपनी विभिन्न माँगे, जैसे बिजली की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था, साफ-सफाई व नियमित शिक्षण व्यवस्था को लेकर आज दिनाँक 29 अगस्त, सोमवार को अपने विद्यालय में ताला जड़कर बखड़ी-खगड़िया मुख्यमार्ग को अवरुद्ध कर जमकर नारेबाजी करने किया।
बिहार समाचार के पत्रकार सुमन कुमार झा साढ़े दस बजे धरनास्थल पर पहुँचे तो मध्य विद्यालय बेला सिमरी के सैकड़ों बच्चे अपनी माँगों को लेकर सड़क पर नारेबाजी कर रहे थे, उनकी मुख्य माँगों में बिजली की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था, साफ-सफाई, नियमित शिक्षण व्यवस्था व शिक्षकों का विद्यालय में ससमय आगमन आदि शामिल था। जिस समय मध्य विद्यालय बेला सिमरी के सभी छात्र व छात्राएँ बखड़ी-खगड़िया मुख्य मार्ग पर स्थित बेला सिमरी बाजार में नारेबाजी और हंगामा कर रहे थे उस समय, विद्यालय के एक भी शिक्षक वहाँ उपस्थित नही थे।
बच्चे से पूछने पर जानकारी मिली कि कोई शिक्षक विद्यालय में पढाते नही हैं, खासकर विद्यालय के प्रधान श्री दीपक भारती और शिक्षक ललन कुमार तो कभी कक्षा में प्रवेश तक नही करते। विद्यालय में गंदगी का अंबार लगा है, शौचालय की व्यवस्था नही है, विद्यालय के किसी भी कक्ष में बिजली पंखा नही लगा है। इसके अलाबा बच्चों ने बताया की प्रधानाध्यापक दीपक भारती और शिक्षक ललन कुमार कभी भी ससमय विद्यालय नही पहुँचते, इन्ही तमाम मुद्दों को लेकर हम सभी छात्र-छात्राएँ पहले प्रधानाध्यापक दीपक भारती से समस्या समाधान हेतु अनुरोध किया, लेकिन इसपर हमें सिर्फ डांट और फटकार मिली, तब मजबूर होकर हमलोग विद्यालय में तालाबंदी कर सड़क पर उतरे हैं।
इधर, तबतक बेला सिमरी के ग्राम प्रधान श्री अनिल कुमार उर्फ सुगन महतों भी धरनास्थल पर पहुँच गए, उन्होंने कहा कि, बच्चे शनिवार को हीं विद्यालय में तालाबंदी कर रहे थे, तब मैंने बच्चों को समझा-बुझा कर शांत कराया। यह बात सत्य है कि, विद्यालय में साफ-सफाई का अभाव व पढ़ाई में कुव्यवस्था व्याप्त था, मैंने विद्यालय के प्रधानाध्यापक दीपक भारती से बच्चे कि समस्या समाधान की बात की, तो उन्होंने सिर्फ इतना बताया कि, विद्यालय में कोई फंड नही है। इसपर बच्चों ने मीडिया के सामने तुरन्त बोल पड़े कि प्रधानाध्यापक दीपक भारती 5000 रुपये मूल्य का विद्यालय का लोहा कबाड़ी को बेचे थे और कहा था कि, इस रुपये से पंखा लगाएंगे लेकिन, वह रुपया भी प्रधानाध्यापक दीपक भारती गपतगोल कर गए।
बच्चे ने मीडिया को यह भी बताया कि शिक्षक ललन कुमार और प्रधानाध्यापक दीपक भारती की मिलीभगत से विद्यालय में कुव्यवस्था चरम पर है। एक तो शिक्षक ललन कुमार विद्यालय काफी देर से पहुँचते हैं और दिनभर कुर्सी के बदले टेबुल पर बैठकर समय बिता देते हैं एक भी क्लास नही लेते हैं।
एक पत्रकार होने के नाते हमारा यह कर्तव्य है कि हमलोग आम जनता, जनमानस और समाजसुधार के मुद्दों को हितधारकों तक निर्वाध और निष्पक्ष रूप से पहुँचाऊँ साथ ही हितधारकों का भी यह कर्तव्य होना चाहिए कि मुद्दे की सत्यता की जांच करें और गलत का विरोध करें, आने वाले दिनों में मध्य विद्यालय बेला सिमरी में गर्मी के कारण अथवा गंदगी से किसी बच्चे को कुछ हो जाता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा, अतः बेला सिमरी के ग्राम प्रधान से और ग्रामवासियों अपील करता हूँ कि अगर उन्हें इस खबर की सच्चाई पर थोड़ा भी संदेह है तो वे विद्यालय जाकर या अपने बच्चों से पूछकर प्रधानाध्यापक से कबाड़ी के 5000 रुपये का पता लगाएं और शिक्षक ललन कुमार के विद्यालय देर से पहुँचने और बैठे रहने की सत्यता की जाँच करें।