*प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेन्द्र में नहीं मिलते डॉक्टर व कर्मचारी - मोहन कुमार महतो
*चिकित्सक एवं कर्मियों की पदस्थापना या प्रतिनियुक्ति जल्द नही हुआ तो आंदोलन होगा तेज - दिलीफ़ कुमार नोनिया
*सरकार की यह योजना यहां तार-तार होते दिख रही है - अविनाश कुमार व सुमन झा
खगड़िया सदर : सरकार चाहती है कि आम लोगों एवं गरीब परिवारों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुँचे। सरकारी स्तर पर लगातार प्रयास हो रहा है कि गांव के लोगों को गांव में ही चिकित्सीय सुविधाएं मिल जाए किन्तु, सरकार की यह योजना धरातल पर अभी भी सिर्फ एक छलावा साबित हो रहा है। यह इसलिए बात रहा हूँ कि वर्ष 2020-21 में खगड़िया जिला के सदर प्रखण्ड अन्तर्गत बेला सिमरी में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया लेकिन आज ये प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुद बीमार परा हुआ है।
गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हेतु भवन निर्माण होता देख इलाके के लोगों में एक आशा की एक किरण जगी थी कि अब इलाज के लिए खगड़िया, बखरी या बेगूसराय जाना नही पड़ेगा। लेकिन आज 1 वर्ष से अधिक होने के बाद भी प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेन्द्र बेला सिमरी का सुचारू रूप से संचालन अधर में लटका हुआ है, लोग धीरे- धीरे निराश होने लगे हैं। स्वास्थ्य केंद्र का भवन बनकर तैयार है। लेकिन, इस स्वास्थ्य उप केंद्र में अबतक चिकित्सक एवं कर्मियों का पदस्थापना या प्रतिनियुक्ति नहीं हुई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि करीब 45 हजार लोगों तक चिकित्सीय सुविधा पहुँचाने वाला यह इस केंद्र निरर्थक साबित हो रहा है। चिकित्सक एवं कर्मियों की पदस्थापना या प्रतिनियुक्ति नहीं होने के कारण लोगों को इलाज के लिए अपने पंचायत बेला सिमरी से 18 किलोमीटर दूर खगड़िया सदर अस्पताल जाना पड़ता है। जिसके कारण लोगों को आर्थिक शारीरिक एवं मानसिक तीनों तरह की परेशानी झेलनी पड़ती है।
*भूत बंगला में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हो रहे हैं तब्दील*
वर्ष 2021 से हीं केंद्र का रंग-रोदन होकर तैयार है, फर्स पर टाईल्स मार्वल लगे हैं, कुर्सियाँ, वेड, टेबल लगे हैं, लेकिन स्वच्छ भारत मिशन का असर यहाँ नहीं दिख रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेन्द्र बेला सिमरी, भूत-प्रेत का बसेरा वाला भूत बंगला बन गया है।
*विधायक रामवृक्ष सदा से कई बार की गई चिकित्सक की माँग*
ग्राम प्रधान श्री सुगन महतो व समाज सेवी अविनाश भास्कर ने बताया किविधायक रामवृक्ष सदा से कई बार की गई चिकित्सक की माँग इस सम्बंध में विधायक रामवृक्ष सदा को लगभग 10 बार से भी ज्यादा अवगत कराया गया है। उनसे मांग की गई है कि यहां डॉक्टर, चिकित्सक एवं कर्मियों की पदस्थापना या प्रतिनियुक्ति शीघ्र की जाए जिससे ग्रामीणों को चिकित्सीय लाभ मिल सके, लेकिन अबतक कोई कार्रवाई नही हुई।
समाज सेवी अविनाश भास्कर कहते हैं कि सरकार व विभाग की उदासीनता के कारण वैश्विक महामारी कोरोना जैसे भयावह संक्रमण के बाद भी लोगों को अपने पंचायत में स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है इस तरह की कुव्यवस्था सरकार की पोल खोल रही है।