आखिर कब तक खगड़िया में जाम की समस्या से मिलेगी निजात??अतिक्रमण हटाना सड़क पर से पुलिस-प्रशासन के लिए बना चुनौती।वहीं गुरुवार को खगड़िया नगर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में अधिकारी रहे मौजूद।शहर में गुरुवार को नगर परिषद एवं नगर थाना पुलिस के द्वारा संयुक्त रूप से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया।
ओवरब्रिज से लेकर राजेंद्र चौक से बाजार में सड़कों पर लगी दुकानों को हटाया गया। बिहार समाचार के पोर्टल में शहर के फुटपाथ पर अतिक्रमण से संबंधित खबर चली बुधवार को चलीं तो अधिकारियों की नींद खुली।फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले दुकानदारों को अधिकारियों ने चेतावनी दी।वहीं कार्रवाई के दौरान मना करने के बाद भी सड़कों पर लगाए गए ठेला एवं गुमटियों को जब्त कर नगर थाना भेजा गया।कार्रवाई में शामिल नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव गुप्ता सहित नप कर्मी मौजुद दिखें।सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि पहले जब अतिक्रमण हटाने की कारवाई की गई थी तो सभी को आगे से सड़क पर दुकान नहीं लगने के लिए मना किया गया था।सड़कों पर अतिक्रमण से जाम की समस्या उत्पन्न होती है।जाम से आम-आवाम लोग परेशान होते हैं।उन्होंने ने बताया कि शहर में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगा।
एसडीओ ने कहा अभी से अतिक्रमण हटने के वाद नगर थाना तथा नगर परिषद की जिम्मेदारी रहेगी।बोले,ई-रिक्सा नवालिक चलाते है,डीटीओ कार्यवाही करेगें,वैसे बीच सड़क पर लगाने वाले ई रिक्शा को नगर थाना भेजा गया है।पुनः अतिक्रमण होने पर एफआईआर दर्ज कर जेल तथा 188 धारा के तहत विधि सम्मत कारवाई व जुर्माना वसुले जाएगें।वहीं अतिक्रमण मुक्त के एम्बुलेंस सुलभ तरीके चलते दिखा।भेंडिंग जोन का कार्य तीव्र गति से हो रहा है,दो-तीन महिने में पूर्ण होने पर सभी को शिफ्ट कर दिए जायेगा। नगर थानाध्यक्ष विनोद कुमार के साथ बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी शामिल रहे।गौरतलब हो कि वर्षों से जिला प्रशासन इस अतिक्रमण को हटाने का तरह-तरह के हथकंडे अपनाए लेकिन ढाक के तीन पात साबित हुआ।बताते चलें कि कुछ लोगों का मानना है कि प्रशासन कारवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करती है तभी तो वर्षों से यह अतिक्रमण पुर्न मुसको भव: हो जाता है।तात्पर्य यह है कि कारवाई के दिन तो अतिक्रमण मुक्त कराया जाता है लेकिन उसके अहले सुबह से पुनः वहीं स्थिति बनी हुई रहती है। वहीं राजेन्द्र चौक से बखरी बस स्टैंड तक सड़कों की स्थिति काफी दैयनीय हो गई है। हल्की बारिश से भी शहर नर्क में तब्दील हो जाता है।कचड़ा का अम्बाड़ लगना जगह-जगह आम बात हो गई है।अब देखना दिलचस्प होगा कि गुरुवार को की गई कारवाई कितना रंग लाती है और कब तक में जिले वासियों को जाम की समस्या से निजात मिल पाती है।ये तो वक्त ही बताएगा।फिलहाल इस वक्त तो लोगों ने अधिकारियों के इस कारवाई से काफी संतुष्ट दिखें...!?