खगड़िया: वर्तमान समय में नैतिक मूल्यों का पतन तेजी से हो रहा है। लोगों में ईश्वर के प्रति आस्था का अभाव बढ़ता जा रहा है। यही नहीं, मनुष्य-मनुष्य के बीच अविश्वास की खाई चौड़ी होती जा रही है। लोगों का ईश्वर के प्रति विश्वास घटा है। संस्कारों के अभाव में नैतिकता का स्तर गिरना स्वाभाविक है। नीति से गिरा हुआ समाज कभी उन्नति की ओर नहीं जा सकता। आज के दिखावे के युग में आडम्बर और आयोजन तो बहुत हो रहे हैं, किंतु उनके मानवीय सरोकार हेतु जमीनी स्तर पर ऐसा कुछ देखने को नही मिलता।
लेकिन आज एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने जा रहा हूँ जो इनसब से ऊपर उठ चुके हैं। जी हाँ खगड़िया जिला के सदर प्रखण्ड अन्तर्गत बेला सिमरी पंचायत के श्री हरिकांत झा, पिता का नाम रामसुंदर झा, जिनकी उम्र 60 साल है और BMP फोर्स से सेवा निवृत्त जो चुके हैं, उनकी पत्नी का नाम शिव कुमारी देवी है, वे जीवन भर समाज की सेवा और जनकल्याणकारी कार्य में अपने आपको समर्पित करते रहे हैं अपने कार्यकाल के अंतिम समय तक मुंगेर जिला के जमालपुर में तैनात थे।
आपको बताते चलें कि
श्री हरिकांत झा अपने सेवा से मुक्त होने के बाद वे अपने गांव बेला सिमरी आ गए, ईश्वर के प्रति असीम आस्था के कारण उनके मन में एक शिव मंदिर बनाने की ख्याल आया। इधर, बेला सिमरी में एक शिव मंदिर करीब 50 वर्षों से टूटा पड़ा था जिनपर कितने हीं मुखिया बने, कितनो ने नौकरी से लाखों कमाए लेकिन किसी का ध्यान उस मंदिर के जीर्णोद्धार की तरफ नही गया, तब इन्होंने उस मंदिर के पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाया और मात्र 15 दिनों में मंदिर निर्माण का कार्य पूरा कर दिया।
बिहार समाचार से सुमन कुमार झा की रिपोर्ट
मंदिर निर्माता श्री हरिकांत झा से बिहार समाचार के पत्रकार सुमन कुमार झा ने बातचीत की और मंदिर निर्माण से सम्बंधित तमाम जानकारियां भी ली, श्री हरिकांत झा ने कहा कि मंदिर निर्माण में अबतक करीब 3 लाख रुपये खर्च हो चुका है। मन्दिर निर्माण का कार्य सम्पन्न हो चुका है। मैं तमाम ग्रामवासियों से अपील करता हूँ कि मंदिर पर आकर, देखकर बतायें की मन्दिर निर्माण में कोई त्रुटि तो नही रह गई है, अगर कोई त्रुटि दिखे तो, अपना बहुमूल्य सुझाव दें।